जन-धड़कन को जोड़ने वाली एक योजना 2025 में एक नई उड़ान भरने जा रही है — राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन 2.0। यह सिर्फ इंटरनेट फैलाने की योजना नहीं, बल्कि डिजिटल इंडिया के सपने को गांव‑गांव तक पहुँचाने की दिशा में बड़ा कदम है।
NBM 2.0 क्या है?
सरकार ने 17 जनवरी 2025 को NBM 2.0 शुरू किया है. इस मिशन का उद्देश्य भारत के ग्रामीण और शहरी इलाकों को हाई‑स्पीड ब्रॉडबैंड से जोड़ना है — खासकर 2.70 लाख गांवों तक। इसका लक्ष्य डाउनलोड स्पीड को 100 Mbps तक पहुँचाना और सरकारी संस्थानों जैसे स्कूल, पंचायत, PHC इत्यादि को भी इसमें शामिल करना है।
क्यों यह महत्वपूर्ण है?
- गांवों में रहने वाले छात्र अब ऑनलाइन पढ़ाई, डिजिटल शिक्षा और ट्यूशन तक पहुँच सकेंगे।
- सरकारी सेवाओं (जैसे नम, राशन, स्वास्थ्य) का डिजिटल एक्सेस आसान हो जाएगा।
- ऑनलाइन पैसे, डिजिटल बैंकिंग और e‑governance जैसे प्लेटफॉर्म गाँव‑घर स्तर तक पहुँचेंगे, जिससे पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी।
चुनौतियाँ और आगे की राह
- जानने से ऊपर जो फाइबर नेटवर्क की मैपिंग है, वह 2026 तक पूरी करनी है।
- तेलंगाना, यूपी, बिहार जैसे क्षेत्रीय विविधता वाले राज्यों में घटती कनेक्टिविटी को सुधारने की चुनौती है।
- डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के लिए लोगों को ट्रेनिंग और भरोसा दोनों ही जरूरी होंगे।
NBM 2.0 केवल तकनीकी मिशन नहीं है — यह भारत को डिजिटल भविष्य की ओर ले जाने वाला पुल है। जब गाँव‑शहर एक नेटवर्क पर जुड़ेंगे, तभी भारत का डिजिटल विकास सच्चे अर्थों में “सबको मिल रहा” कहलाएगा।