भारत में क्रिकेट और कबड्डी हमेशा से सबसे ज़्यादा लोकप्रिय खेल रहे हैं। लेकिन अब एक नया खिलाड़ी मैदान में उतर चुका है – Esports। मोबाइल और पीसी गेमिंग की तेज़ी से बढ़ती लोकप्रियता ने इसे सिर्फ़ मनोरंजन नहीं बल्कि कैरियर और प्रतियोगिता का प्लेटफ़ॉर्म बना दिया है।
भारत में Esports का बढ़ता क्रेज
- पिछले कुछ सालों में PUBG, BGMI, Free Fire, Valorant और FIFA जैसे गेम्स ने भारतीय युवाओं को जोड़ा है।
- रिपोर्ट्स के अनुसार, 2025 तक भारत में Esports इंडस्ट्री का मूल्य $200 मिलियन से ऊपर पहुँच सकता है।
- बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक, अब हर जगह गेमिंग कैफ़े और टूर्नामेंट हो रहे हैं।
क्यों Esports है इतना खास?
- आसान पहुंच – सिर्फ़ मोबाइल और इंटरनेट कनेक्शन चाहिए।
- करियर का नया रास्ता – प्रो प्लेयर्स, स्ट्रीमर्स, गेमिंग कोच और कमेंटेटर्स के लिए नए अवसर।
- सोशल कनेक्ट – गेमिंग अब दोस्तों और कम्युनिटी से जुड़ने का ज़रिया है।
भारत में Esports लीग्स और टूर्नामेंट्स
- BGMI Masters Series ने 2024 में टीवी पर भी जगह बनाई।
- Valorant India Invitational और Call of Duty मोबाइल लीग्स युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं।
- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे शहरों में गेमिंग एरीना और Esports कैफ़े तेजी से खुल रहे हैं।
चुनौतियाँ
- Regulations: सरकार और गेमिंग कंपनियों के बीच अभी नियम तय होने बाकी हैं।
- पैरेंट्स की सोच: अभी भी बहुत से माता-पिता गेमिंग को “टाइम पास” मानते हैं।
- इंफ्रास्ट्रक्चर: बेहतर इंटरनेट और प्रोफेशनल ट्रेनिंग की ज़रूरत है।
भविष्य की ओर
- 2025–2030 तक भारत में Esports ओलंपिक और एशियाई खेलों का हिस्सा बनने की उम्मीद है।
- भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी है, जो Esports को सुपरपावर बना सकती है।
- स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म्स (YouTube, Twitch, Rooter) ने इसे और तेज़ी से आगे बढ़ाया है।
Esports अब सिर्फ़ गेम खेलने का तरीका नहीं रहा, यह युवाओं के लिए भविष्य का कैरियर और लाइफ़स्टाइल बनता जा रहा है। अगर क्रिकेट भारत का दिल है, तो Esports आने वाले समय का दिमाग़ और जुनून होगा।