भारत में डिजिटल क्रांति की शुरुआत 2015 में हुई थी, जब सरकार ने डिजिटल इंडिया मिशन लॉन्च किया।
अब, 2025 में, यह मिशन डिजिटल इंडिया 2.0 के रूप में नए स्तर पर पहुंच गया है।
इसका उद्देश्य है – हर नागरिक को तेज़ इंटरनेट, आसान डिजिटल सेवाएं और सुरक्षित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म देना।
डिजिटल इंडिया 2.0 की मुख्य योजनाएं
1. तेज़ इंटरनेट और 5G कनेक्टिविटी
डिजिटल इंडिया 2.0 के तहत 5G नेटवर्क पूरे देश में फैल रहा है।
गांवों में भी हाई‑स्पीड इंटरनेट पहुंचाने के लिए भारतनेट परियोजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यवसाय में बड़ी मदद होगी।
2. डिजिटल पेमेंट्स का विस्तार
अब डिजिटल पेमेंट सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं है।
UPI और रूपे कार्ड गांवों में भी आम हो गए हैं।
सरकार कैशलेस इकोनॉमी को और बढ़ावा दे रही है।
3. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्किल डेवलपमेंट
AI, रोबोटिक्स और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है।
इसके लिए डिजिटल स्किल मिशन शुरू किया गया है।
इससे रोजगार के नए अवसर बनेंगे।
4. ई‑गवर्नेंस और ऑनलाइन सेवाएं
अब आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट जैसी सेवाएं ऑनलाइन मिल रही हैं।
नागरिक घर बैठे आवेदन कर सकते हैं और स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं।
5. साइबर सिक्योरिटी में सुधार
डिजिटल सेवाओं के साथ सुरक्षा भी ज़रूरी है।
इसलिए सरकार ने नेशनल साइबर सिक्योरिटी पॉलिसी 2025 लागू की है।
इसमें डेटा सुरक्षा और हैकिंग से बचाव के नए नियम शामिल हैं।
6. ग्रामीण कनेक्टिविटी
ग्रामीण इलाकों में डिजिटल सेंटर खोले जा रहे हैं।
इनसे किसानों, छात्रों और छोटे व्यवसायियों को डिजिटल सेवाएं आसानी से मिल सकेंगी।
डिजिटल इंडिया 2.0 सिर्फ तकनीक का विकास नहीं है, बल्कि यह भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
तेज़ इंटरनेट, डिजिटल भुगतान, AI ट्रेनिंग और साइबर सुरक्षा – ये सभी भारत के हर नागरिक के लिए नई संभावनाएं ला रहे हैं।
अब सवाल यह है – क्या आप इस डिजिटल बदलाव का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं?
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