2015 में शुरू हुआ डिजिटल इंडिया 1.0 भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने का एक महत्वाकांक्षी मिशन था। इसका मुख्य उद्देश्य था इंटरनेट, डिजिटल सेवाओं और ई‑गवर्नेंस को देश के हर कोने तक पहुंचाना।
पिछले एक दशक में, इस कार्यक्रम ने करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव लाया है। आइए जानते हैं इसके कुछ बड़े सफलता की कहानियां।
आधार और डिजिटल पहचान
डिजिटल इंडिया 1.0 की सबसे बड़ी उपलब्धि आधार कार्ड है।
- 1.3 बिलियन से ज्यादा नागरिकों का बायोमेट्रिक डेटा डिजिटल रूप से सुरक्षित।
- सरकारी योजनाओं में सीधी लाभ अंतरण (Direct Benefit Transfer) से बिचौलियों की भूमिका खत्म हुई।
- बैंक खाते, सिम कार्ड और सरकारी सेवाओं में तेज और आसान सत्यापन।
UPI और डिजिटल पेमेंट क्रांति
- यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ने भुगतान प्रणाली में क्रांति ला दी।
- 2023 तक हर महीने 10 अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन UPI के जरिए।
- छोटे दुकानदार से लेकर बड़े कारोबार तक सभी के लिए कैशलेस लेनदेन आसान।
भारतनेट प्रोजेक्ट – गांव‑गांव इंटरनेट
- भारतनेट योजना के तहत 6 लाख से ज्यादा गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया।
- ग्रामीण क्षेत्रों में ई‑लर्निंग, टेलीमेडिसिन और ऑनलाइन मार्केट तक पहुंच संभव हुई।
4. सरकारी सेवाओं का डिजिटलीकरण
- UMANG ऐप के जरिए 1,000+ सरकारी सेवाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध।
- पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस जैसी सेवाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन।
5. शिक्षा और ई‑लर्निंग प्लेटफॉर्म
- SWAYAM और DIKSHA जैसे पोर्टल्स से लाखों छात्रों और शिक्षकों को मुफ्त डिजिटल सामग्री।
- महामारी के दौरान भी शिक्षा का निरंतर प्रवाह।
आंकड़े जो सफलता बयां करते हैं
- इंटरनेट उपयोगकर्ता: 2014 में ~25 करोड़ → 2024 में ~88 करोड़।
- डिजिटल लेनदेन: 2014 में 12 करोड़ → 2024 में 12,000 करोड़ से ज्यादा।
- ग्रामीण इंटरनेट कवरेज में 3 गुना वृद्धि।
टाइमलाइन / मैइलस्टोन उदाहरण:
- 2018–19: UPI ने FY 2017–18 में 92 करोड़ से अधिक लेन‑देनों (transactions) को पार किया। (Digital Payments, MeitY) Department of Financial Services
- 2022: BharatNet Phase II के तहत लगभग 1.5 लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर, रेडियो और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी से जोड़ा गया। (PIB) Press Information Bureau
स्रोत:
- Digital Payments – MeitY Department of Financial Services
- BharatNet Phase II – USOF / PIB रिपोर्ट Digital Bharat Nidhi+1
सीखी गई बातें
- डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ‑साथ डिजिटल साक्षरता जरूरी है।
- साइबर सुरक्षा और डेटा गोपनीयता पर और काम करने की आवश्यकता।
डिजिटल इंडिया 1.0 ने भारत को डिजिटल युग में प्रवेश दिलाया और नागरिकों को नई संभावनाओं से जोड़ा। इसकी सफलता ने डिजिटल इंडिया 2.0 के लिए मजबूत नींव रखी है, जो और भी उन्नत और समावेशी डिजिटल परिवर्तन का वादा करता है।
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