अत्यधिक शक्कर के नुकसान और निष्क्रिय जीवनशैली हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं। मीठे पेय, पैकेज्ड फूड और लंबे समय तक बैठकर काम करना न केवल मोटापा बढ़ाते हैं, बल्कि डायबिटीज़, हृदय रोग और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ाते हैं।
शक्कर के नुकसान
- वजन बढ़ना और मोटापा: अतिरिक्त शक्कर शरीर में फैट के रूप में स्टोर होती है।
- टाइप 2 डायबिटीज़ का खतरा: हाई शुगर इनटेक से इंसुलिन रेज़िस्टेंस बढ़ता है।
- हृदय रोग: शक्कर ट्राइग्लिसराइड्स और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ाती है।
- दांतों की सड़न: मीठा बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है जो कैविटी का कारण बनते हैं।
निष्क्रिय जीवनशैली के दुष्प्रभाव
- कम मेटाबॉलिज्म: लंबे समय तक बैठने से कैलोरी बर्न कम होती है।
- मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी: फिजिकल एक्टिविटी की कमी से मसल्स और बोन डेंसिटी घटती है।
लंबे समय तक बैठना पाचन क्रिया को धीमा करता है और गैस, कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं। - मानसिक स्वास्थ्य पर असर: डिप्रेशन और एंग्ज़ायटी का खतरा बढ़ता है।
- हृदय और फेफड़ों की क्षमता में कमी: शरीर की सहनशक्ति घटती है।
संयुक्त प्रभाव
जब शक्कर के नुकसान और निष्क्रिय जीवनशैली साथ आते हैं, तो इसका असर और भी गंभीर होता है — जैसे तेज़ वजन बढ़ना, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, और क्रॉनिक थकान।
WHO के अनुसार, वयस्कों को प्रतिदिन 25 ग्राम (लगभग 6 चम्मच) से अधिक शक्कर का सेवन नहीं करना चाहिए।”
सुधार के आसान उपाय
शक्कर कम करने के टिप्स
- मीठे पेय की जगह नींबू पानी या हर्बल टी लें।
- पैकेज्ड स्नैक्स की जगह ताजे फल और नट्स खाएं।
एक्टिव लाइफ़स्टाइल के टिप्स
- हर 30 मिनट में 2–3 मिनट खड़े होकर चलें।
- रोज़ाना 30 मिनट तेज़ चाल से चलें।
- लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
शक्कर और निष्क्रिय जीवनशैली दोनों ही आपकी सेहत के दुश्मन हैं। छोटी-छोटी आदतों में बदलाव लाकर आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए WHO की रिपोर्ट और हमारा स्वस्थ जीवनशैली गाइड पढ़ें।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी हेतु है। व्यक्तिगत चिकित्सकीय सलाह के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श लें